देहरादून। प्रख्यात रंगकर्मी और मेघदूत नाट्य संस्था के संस्थापक एस. पी. ममर्गाइं ने अपनी सद्य प्रकाशित पुस्तक ‘उत्तराखंड के ऐतिहासिक नाटक’ गुरुवार को प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को उनके निवास पर भेंट की। उनके साथ वरिष्ठ पत्रकार दिनेश शास्त्री भी मौजूद थे। श्री उनियाल ने रंगकर्मी ममगाई जी को उनकी कर्मठता के लिए बधाई और शुभकामना देते हुए कहा कि आज के दौर में रंगकर्म आसान नहीं है, इसके बावजूद उनका जज्बा नई पीढ़ी को प्रेरित करता है और यह खुशी की बात है कि उनके अनेक शिष्य आज फिल्म, थियेटर, मीडिया तथा निष्पादन कला के क्षेत्र में नाम कमा रहे हैं। उन्होंने श्री ममगाई के दीर्घजीवन की कामना करते हुए कहा कि उनका काम अपने आप में विशिष्ट है और लंबे समय तक याद किया जाता रहेगा। श्री ममगाई ने कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के व्यक्तित्व की सराहना करते हुए कहा कि अन्य विभागों के साथ ही उन्होंने प्रदेश के भाषा विभाग को नए मुकाम पर पहुंचाया है। उन्होंने श्री उनियाल को इस कार्य के लिए बधाई दी। गौरतलब है कि श्री ममगाई की हाल में प्रकाशित उत्तराखंड के ऐतिहासिक नाटक पुस्तक में एक नाटक अमरदेव तथा तिलोगा की प्रेम कथा की पृष्ठभूमि पर लिखा गया है और दूसरा नाटक वीरबाला तीलू रौतेली के शौर्य पर आधारित है। दोनों नाटक आंचलिक पृष्ठभूमि के होने के कारण काफी महत्वपूर्ण हैं और नई पीढ़ी को अपने अतीत का बोध भी कराते हैं। अमरदेव और तिलोगा की गाथा में सात्विक प्रेम का अवगुंठन पाठकों को एक नए धरातल पर पहुंचाता है जबकि दूसरा नाटक तीलू के शौर्य और मातृभूमि के प्रति प्रेम को दर्शाता है। इस पुस्तक का प्रकाशन समय साक्ष्य ने किया है।
देहरादून। प्रख्यात रंगकर्मी और मेघदूत नाट्य संस्था के संस्थापक एस. पी. ममर्गाइं ने अपनी सद्य प्रकाशित पुस्तक ‘उत्तराखंड के ऐतिहासिक नाटक’ गुरुवार को प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को उनके निवास पर भेंट की। उनके साथ वरिष्ठ पत्रकार दिनेश शास्त्री भी मौजूद थे। श्री उनियाल ने रंगकर्मी ममगाई जी को उनकी कर्मठता के लिए बधाई और शुभकामना देते हुए कहा कि आज के दौर में रंगकर्म आसान नहीं है, इसके बावजूद उनका जज्बा नई पीढ़ी को प्रेरित करता है और यह खुशी की बात है कि उनके अनेक शिष्य आज फिल्म, थियेटर, मीडिया तथा निष्पादन कला के क्षेत्र में नाम कमा रहे हैं।
उन्होंने श्री ममगाई के दीर्घजीवन की कामना करते हुए कहा कि उनका काम अपने आप में विशिष्ट है और लंबे समय तक याद किया जाता रहेगा। श्री ममगाई ने कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के व्यक्तित्व की सराहना करते हुए कहा कि अन्य विभागों के साथ ही उन्होंने प्रदेश के भाषा विभाग को नए मुकाम पर पहुंचाया है। उन्होंने श्री उनियाल को इस कार्य के लिए बधाई दी। गौरतलब है कि श्री ममगाई की हाल में प्रकाशित उत्तराखंड के ऐतिहासिक नाटक पुस्तक में एक नाटक अमरदेव तथा तिलोगा की प्रेम कथा की पृष्ठभूमि पर लिखा गया है और दूसरा नाटक वीरबाला तीलू रौतेली के शौर्य पर आधारित है। दोनों नाटक आंचलिक पृष्ठभूमि के होने के कारण काफी महत्वपूर्ण हैं और नई पीढ़ी को अपने अतीत का बोध भी कराते हैं। अमरदेव और तिलोगा की गाथा में सात्विक प्रेम का अवगुंठन पाठकों को एक नए धरातल पर पहुंचाता है जबकि दूसरा नाटक तीलू के शौर्य और मातृभूमि के प्रति प्रेम को दर्शाता है। इस पुस्तक का प्रकाशन समय साक्ष्य ने किया है।