देहरादून। मतदान संपन्न हो चुका है हार जीत किसकी होगी यह अलग बात है, लेकिन मतदान शांतिपूर्ण रहा यह शासन-प्रशासन के लिए सुकून की बात है। हां मतदान के कम होने का मुद्दा अब जरूर चर्चाओं के केंद्र में है। जिसे लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि कम मतदान का कोई असर नहीं होगा भाजपा पांचो लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करेगी। वहीं पूर्व सीएम हरीश रावत का कहना है कि 2014 व 19 के मुकाबले भाजपा का वोट 10 से 12 फीसदी घटा है। उनका दावा है कि जहां भाजपा का वोट 10 से 12 फीसदी कम हुआ है वहीं कांग्रेस के वोट प्रतिशत में चार से पांच फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
चुनाव के बाद आज दून लौटे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जब राज्य में हुए कम मतदान के विषय में पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि कम मतदान का भाजपा की जीत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मतदान का प्रतिशत ठीककृठाक ही है जो थोड़ा बहुत कम रहा है उसके कुछ कारण हो सकते हैं। जैसे फसल की कटाई का समय होने के कारण लोगों की व्यस्तता या फिर विवाह समारोह में लोगों की व्यस्तता के कारण वोट न डाल पाना। उनसे जब यह पूछा गया कि क्या भाजपा के कार्यकर्ता वोटरों को बूथ तक नहीं ला सके तो उन्होंने कहा कि यह दूसरे दलों की चुनाव को लेकर रही उदासीनता है जो भी वोटर बूथ तक पहुंचे हैं उन्हें लाने का काम सिर्फ भाजपा ने ही किया है किसी भी दूसरे दल ने तो इस तरफ न ध्यान दिया न कोई प्रयास किया उन्होंने कहा कि भाजपा की सभी पांचो सीटों पर जीत सुनिश्चित है इसमें कोई संदेह की बात नहीं है।
राज्य में हुए कम मतदान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से जब पूछा गया तो उन्होने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों को लेकर जनता के मन में उदासीनता का भाव है जिसके कारण इस बार भाजपा का वोटर कम संख्या में मतदान के लिए बाहर निकला है। वह मानते हैं कि भाजपा को इस बार 10 से 12 फीसदी कम वोट मिलेंगे। वही वह कहते हैं कि कांग्रेस के मतदान प्रतिशत में चार से पांच फीसदी तक की वृद्धि हुई है दोनों को मिलाकर देखा जाए तो यह 15 से 16 फीसदी तक का फर्क आएगा और यही कांग्रेस की जीत का कारण बनेगा।