देहरादून। स्थानीय स्तर पर लोगों के साथ प्रभावी संचार के साथ-साथ उनकी आवश्यकताओं को समझ कर हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि सरकार की परियोजनाएं वास्तव में उनके लिए लाभकारी हैं। पहाड़ से पलायन को रोकने के लिए फ्यूचर विजन के साथ काम करें। उक्त बात प्रदेश के ग्रामीण निर्माण, पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, धर्मस्व, संस्कृति एवं जलागम मंत्री सतपाल महाराज ने मंगलवार को ग्रामीण निर्माण विभाग के मुख्यालय में आयोजित एक बैठक के दौरान नव नियुक्त सहायक अभियंताओं के प्रशिक्षण की शुरुआत से पूर्व उनके विभागीय उत्तर दायित्वों के निर्वाह के प्रति उनका मार्गदर्शन करते हुए कही।
ग्रामीण निर्माण मंत्री श्री महाराज ने विभाग में 25 नव नियुक्त सहायक अभियंताओं को प्रदेश सरकार के विजन, विभागीय योजनाओं और उसकी कार्य प्रणाली की जानकारी देते हुए कहा कि नवनियुक्त सहायक अभियंताओं के करियर की यह एक नई शुरुआत है। यह उनके समर्पण चुनौतियों और महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां की यात्रा है। प्रदेश के विकास के लिए जो सही है वही करें।
श्री महाराज ने कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्रों के विकास, क्षेत्रीय विकास के संतुलन और शहरी ग्रामीण विभाजन को कम करने की आवश्यकता है। बुनियादी ढांचे का विकास केवल सड़कों और पूलों के निर्माण से ही नहीं होगा बल्कि लोगों को अवसरों संसाधनों और सेवाओं से जोड़ने की आवश्यकता है। एक सहायक अभियंता के रूप में आपकी कई जिम्मेदारियां हैं जैसे परियोजनाओं की अवधारणा से लेकर उनकी पूर्णता, प्रत्येक परियोजनाओं को सटीकता के साथ बजट के भीतर और समय पर पूरा किया जाना। साथ ही आपको यह भी सुनिश्चित करना होगा कि सभी निर्माण कार्य उच्चतम गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को पूरा करें। ग्रामीण निर्माण मंत्री ने कहा कि हमें दूरस्थ क्षेत्रों में अपनी पहुंच इस प्रकार से सुनिश्चित करनी है ताकि बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को भी कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप केवल संरचनाओं का निर्माण ही नहीं कर रहे हैं बल्कि अपने राज्य के लिए एक उज्जवल समृद्धि भविष्य की नींव भी रख रहे हैं। इस अवसर पर ग्रामीण निर्माण विभाग में नव नियुक्त सहायक अभियंताओं के साथ-साथ मुख्य अभियंता ए.के. पंत, मुख्य अभियंता स्तर-2 विभु रावत और अधीक्षण अभियंता अनिल कुमार गुप्ता आदि उपस्थित थे।