रूद्रपुर। जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने कलक्टेªट सभागार में कोविड-19 संक्रमण के बचाव हेतु किये जा रहे वैक्सीनेशन, सैम्पलिंग आदि के सम्बन्ध में स्वास्थ्य से जुडे अधिकारियों के साथ बैठक कर विस्तृत रूप से जानकारी लेते हुये आवश्यक दिशा निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने वैक्सीनेशन की धीमी गति पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 डीएस पंचपाल को कड़े निर्देश दिये है कि 45 से अधिक आयु वर्ग के सभी व्यक्तियों के वैक्सीनेशन में तेजी लाये, एवं सीएससी व पीएससी के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी शिविर के माध्यम से वैकसीन लगाई जाये। उन्होने कहा कि सीएचसी, पीएचसी के अलावा प्लानिंग के तहत उन स्थानों पर भी वैक्सीनेशन कैम्प लगाये जहां पर लोग आसानी से आ सकें। उन्होने कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये जहां लोग वैक्सीन नही लगा रहे है उन क्षेत्रों को चिन्हित कर लोगो को जागरूक करते हुये वैक्सीन लगाये। उन्होने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश दिये कि वैक्सीनेशन हेतु मोबाईल टीम को और बढाये ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी अधिक से अधिक वैक्सीनेशन का कार्य किया जा सकें। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रातः 08 बजे से सांय 06 बजे तक वैक्सीनेशन का कार्य किया जाये। उन्होने कहा कि धार्मिक स्थलो, बैंक व सार्वजनिक स्थानों पर वैक्सीन कैम्प लगाये जिससे कि अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगायी जा सकें। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी, पंचायतीराज, बाल विकास, आईसीआईसी एवं सूचना विभाग को सोशल, प्रिन्टध्इलैक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से लोगों को सैम्पलिंग व वैक्सीन लगाने के प्रति जागरूक करें,। उन्होने कहा कि जिन स्थानों पर वैक्सीनेश हेतु टीम भेजी जा रही है उन स्थानों का पहले रोस्टर तैयार कर शोसल, प्रिंट आदि मिडिया के माध्यम से वृहद रूप से प्रचार प्रसार करे ताकि लोगों को अधिक से अधिक जानकारी मिल सकें। जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिये कि जनपद के सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में जो भी विभिन्न संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों, स्वंयसेवियों आदि द्वारा सामाग्री उपलब्ध करायी जा रही है उसको डाटा सभी विकास खण्डों से प्राप्त कर स्टाॅक रजिस्टर में दर्ज करना सुनिश्चित करें ताकि आवश्यकताओं का आंकलन करते हुए सम्बन्धित यंत्र क्रय किये जायें। उन्होने कहा कि क्रय किये जाने वाले यंत्रों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होने सीएमओ को निर्देश देते हुये कहा कि आईवरमैक्टिन टैबलेट ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी वितरण करना सुनिश्चित करें। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद में वे बालकध्बालिकाओं को चिन्हित करे जिन्होने कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता अनाथ हुए बच्चोंध्माता-पिता में से किसी एक को खो दिया है उन अनाथ बच्चों की सूची तत्काल उपलब्ध कराये ताकि उनकी हर संभव सहायता की जा सके। जिलाधिकारी ने कोविड-19 की तीसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुये बच्चों के ईलाज हेतु किये जा रहे तैयारियों के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से जानकारी ली।
मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि जनपद को 46 लाख से अधिक आइवरमैक्टिन टैबलेट की प्राप्त हो चुकी है जिन्हे बीएलओ के माध्यम से 13 लाख आइवरमैक्टिन टैबलेट आम जनता में वितरित की जा चुकी है। उन्होने बताया कि जनपद के प्रत्येक ग्राम पंचायत में 50-50 व शहरी क्षेत्रों में 100-100 कोविड किट रखे गये है। जिसके लिये नोडल अधिकारी नामित किये गये है। उन्होने बताया कि ग्राम पंचायत में संक्रमित होने पर ग्राम स्तर पर गठित कमेटी से कोविड किट प्राप्त कर सकते है। इस अवसर पर नोडल अधिकारी कोविड अस्पताल बंशीधर तिवारी, एसीएमओ डा0 अविनाश खन्ना, सीएमएस डा0 आरएस सामन्त, डा0 पीडी भट्ट, जिला कार्यक्रम अधिकारी उदय प्रताप सिंह, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी उमाशंकर नेगी आदि उपस्थित थे।