देहरादून। जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में वीडियोकान्फ्रेसिंग के माध्यम से जल जीवन मिशन (शहरी) की सम्बन्धित विभागों के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में अधिशासी अभियन्ता पेयजल निगम संदीप कश्यप ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि शहरी क्षेत्रों में जनसंख्या के अुनरूप पेयजल आपूर्ति, तालाब व पुरानों स्त्रोतों का पुनर्जीवन, सीवरेज मैनेजमेंट, सैनिटेशन इत्यादि से सम्बन्धित ‘‘सिटी वाटर बैलेंस प्लान’ के सम्बन्ध में पेयजल निगम और जल संस्थान द्वारा स्थानीय नगर निकायों (नगर निगम और नगर पालिकाओं) के सहयोग से डाटा तैयार किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने इस सम्बन्ध में पेयजल निगम और जल संस्थान को निर्देशित किया कि शहरी क्षेत्रों में आबादी के अुनसार प्रतिव्यक्ति पेयजल उपलब्धता, पेयजल की अधिक आवश्यकता होने की ििस्थ्त में पुराने जलस्त्रोतों-तालाबों को पुनर्जिवित करने, सीवरेज मैनजमैंट , सैनिटाइजेशन, पेयजल तथा सीवरेज की रिसाईक्लिंग और उसका पुर्नउपयोग से सम्बन्धित डेटा को नगर निगम और सम्बन्धित नगर पालिकाओं के समन्वय से तैयार करते हुए सिटी वाटर बैलेन्स प्लान को राज्य स्तरीय समिति को तय समय पर प्रेषित करें। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन (शहरी) के चारों कमपोनेंट शहरी क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति, सीवरेज मैनजमेंट, सैप्टिक मैनेजमैन्ट तथा जलस्त्रोतों का पुनर्जीवन से सम्बन्धित जिन क्षेत्रों का अभी तक डाटा तैयार नहीं किया है, उनका डाटा तत्काल तैयार करें तथा राज्य स्तरीय समिति को प्रेषित कर दें। विदित है कि जल जीवन मिशन (ग्रामीण) की तरह सभी शहरी क्षेत्रों में भी पेयजल आपूर्ति, सीवरेज मैनजमैंट, सैनिटेशन इत्यादि के सम्बन्ध में सिटी वाटर बैलेन्स प्लान तैयार किया जा रहा है तथा उत्तराखण्ड पेयजल निगम और जल संस्थान इसमें कार्यदायी विभाग हैं। इस दौरान बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, नगर निगम देहरादून व ऋषिकेश सहित नगर पालिका परिषदों एवं वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।