देहरादून। स्पिक मेके के तत्वावधान में डीपीएस स्कूल देहरादून के छात्रों के लिए आज एक हिंदुस्तानी वोकल्स कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का संचालन प्रसिद्ध गायक शताविशा मर्दुर द्वारा किया गया।
कार्यशाला के दौरान, शताविशा ने अपने भावपूर्ण गायन से छात्रों को मंत्रमुग्ध कर दिया और उन्हें हिंदुस्तानी वोकल्स के विभिन्न पहलुओं की जानकारी भी दी।
कार्यशाला शुद्ध शास्त्रीय और अर्ध-शास्त्रीय प्रदर्शन का एक संयोजन रहा। शताविशा मुखर्जी मर्दुर ने 4 साल की उम्र से पंडित ए कानन से संगीत प्रशिक्षण लेना शुरू किया। उसके बाद उन्होंने पंडित उल्हास काशलकर से 8 साल की उम्र तक संगीता सीखना जारी रखा। शताविशा आईटीसी संगीत अनुसंधान अकादमी, कोलकाता में एक वरिष्ठ विद्वान हैं। उन्होंने पूरे भारत में सफलतापूर्वक संगीत कार्यक्रम आयोजित किए हैं। उनके 3 प्रमुख संगीत घरानों-ग्वालियर, आगरा, और जयपुर में उच्च ज्ञान प्राप्ति के लिए जाना जाता है। उन्होंने प्रसिद्ध जादवपुर विश्वविद्यालय से इतिहास के विषय में बीए और एमए की पढाई करी है, और संगीत के विषय में दूसरी मास्टर डिग्री भी हासिल करी है।