अल्मोड़ा। खंड विकास कार्यालय द्वारहाट में महिला आयोग द्वारा आयोजित महिला जागरूकता शिविर में द्वारहाट की महिलाओं के मध्य पहुंच राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने महिलाओं को बाल विवाह, बहु पत्नी विवाह रोकने का आहवाहन किया और बताया कि परित्यकयत्ता को पति से भरण-पोषण प्राप्त करने के लिए, दावे का अधिकार दिलवाने के लिए राज्य में विवाह पंजीकरण को अनिवार्य बनाया गया है। ज्योति साह ने महिलाएं से किसी भी प्रकार के भेदभाव को सहन नहीं करने और महिला एवं बालिकाओं को समान शिक्षा के लिए सदैव अग्रिम पंक्ति में रहने के गुर बताए और कहा कि इतनी शक्ति अपने में लायें कि अपने आसपास महिलाओं के साथ हो रहे किसी भी प्रकार के उत्पीड़न व हिंसा के विरुद्ध एकजुट होकर आवाज उठा सकें।
समाज में दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या जैसी बुराइयों के विरुद्ध महिलाओं को जागरूक किया और शपथ दिलायी कि वे कभी भी 18 से कम वर्ष आयु की बालिकाओं की कहीं भी शादी नहीं होने देंगे यदि कहीं भी नाबालिग की शादी होते हुए पाएंगे तो उसके विरुद्ध आवाज उठाएंगे, हम सब मिलकर अपने प्रदेश में राष्ट्र को विकसित करने के लिए सदा तैयार रहेंगे। इस अवसर पर जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष ललित लटवाल, तहसीलदार लीना चन्द्रा, प्रधानाचार्य तनुजा जोशी, बाल विकास विभाग इन्द्रा बगर्ली, राधिका बिष्ट, भारती पंवार, दीपिका बिष्ट, मंगला देवी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।