हरिद्वार। हरिद्वार के बैरागी कैंप क्षेत्र की करीब 50 झोपड़ियों में आग लगी तो आशियानों को बचाने के लिए महिलाएं और बच्चे हैंडपंपों की ओर बाल्टियां लेकर दौड़ लगा रहे थे। घटना के वक्त घर पर महिलाएं और बच्चे ही थे। पुरुष मजदूरी करने गए थे। महिलाओं और छोटे-छोटे बच्चे बाल्टियों से पानी भर भरकर आग बुझाने की कोशिश में जूझते रहे, लेकिन तेज हवा से आग भड़कती चली गई।
बैरागी कैंप के बाजरीवाला की झुग्गी बस्ती में चारों तरफ चीख-पुकार की सुनाई दे रही थी। हर कोई अपनी झोपड़ी से बाहर निकलकर एक-दूसरे की मदद करता नजर आया। जिसे जहां पर मौका मिला, उसने आग बुझाने का प्रयास किया। कई महिलाएं और युवतियां हैंडपंपों पर डटी रहीं। कई महिलाएं बालू डालकर आग बुझाने की कोशिश में जुटी थीं। वहीं आग लगने की सूचना पर काम पर गए कुछ पुरुष भी लौट आए। उनके लौटने तक उनके आशियाने राख हो चुके थे। वहीं, झोपड़ियों में आग लगने से कई लोगों के सपने जलकर राख हो गए। किसी ने अपनी बेटी की शादी के लिए दहेज व बेटे की शादी के लिए सामान इकट्ठा किया हुआ तो किसी को अपनी बेटी की शादी के बाद उसकी ससुराल में पहली होली के लिए उपहार भेजना था।