ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चैबे पधारे उन्होंने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी से भेंटवार्ता कर आश्रम भ्रमण किया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने मंत्री श्री चैबे से चर्चा के दौरान कहा कि कोविड-19 वायरस वर्तमान समय में भारत समेत दुनिया भर में स्वास्थ्य और जीवन के लिये गंभीर चुनौती बनकर खड़ा है। पूरी दुनिया में इस वायरस ने गंभीर असर छोड़ा है। इस वायरस के कारण वैश्वीकरण के इस दौर में आवागमन और संचार व्यवस्था पर भी भारी असर पड़ा है।
स्वामी जी ने कहा कि भारत में जनसंख्या घनत्व अत्यधिक होने के बाद भी भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और कर्मठ सरकार की प्रतिबद्धता से भारत कोरोना वायरस से काफी हद तक जंग जीतने में सफल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार की निगरानी में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिये जो कदम उठाये जा रहे हैं वह सराहनीय हैं। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि कोरोना महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को गंभीर रूप से प्रभावित किया है परन्तु भारत के प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भर भारत योजना और वोकल ऑर लोकल योजनाओं ने भारत को मजबूती प्रदान की है। स्वामी जी ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन ’टीकाकरण’ अभियान भारत के लिये गर्व का विषय है। कोविड-19 एंटीबॉडी के लिये लोगों की जाँच करना और बगैर एंटीबॉडी वाले लोगों को टीकाकरण में प्राथमिकता देना भारत सरकार का एक शानदार निर्णय है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विन चैबे ने कहा कि भारत का कोविड-19 वैक्सीन अभियान एक महत्त्वपूर्ण मिशन है यह सिर्फ इसलिये नहीं कि भारत अपनी इतनी बड़ी आबादी का टीकाकरण कर रहा है बल्कि भारत विश्व का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता होने के कारण विश्व के एक बड़े हिस्से को भी अनेक देशों को वैक्सीन उपलब्ध करा रहा है। हमारे यहां टीकों के विकास और वितरण की व्यवस्था भी बेहतर ढंग से हो रही है, कम समय में लाखों लोगों तक कुशलता से वैक्सीन पहुँच रही है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने अश्विन चैबे के साथ समसामयिक विषयों पर चर्चा की।