-इस्लामिक जिहाद को लेकर सनातन धर्म की आध्यात्मिक राजधानी हरिद्वार में आयोजित होगा 5 दिवसीय विश्व धर्म संसद
हरिद्वार। शिवशक्ति धाम डासना के अधिष्ठाता यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज,राष्ट्रीय सैनिक संस्था के अध्यक्ष वीर चक्र विजेता कर्नल टी पी एस त्यागी जी,सुप्रसिद्ध हिंदूवादी चिंतक व लेखक विनोद सर्वोदय,अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुन्ना शर्मा,त्यागी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील त्यागी,कारगिल योद्धा बाबा परमेन्द्र आर्य,हिंदू फोर्स के संस्थापक दीपक सिंह तथा कुछ विशिष्ट हिंदूवादी कार्यकर्ताओ ने आज प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित किया।
प्रेस वार्ता में अपने विचार रखते हुए यति नरसिंहानंद सरस्वती जी ने कहा कि अब सम्पूर्ण विश्व के हालात दिन प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं।पूरी दुनिया में बढ़ती हुई मुस्लिम जनसँख्या ने पूरी दुनिया को विनाश की ओर धकेल दिया है।अब भारत ही नहीं बल्कि यूरोप और अमेरिका तक में कट्टरपंथी जिहादियो का प्रभाव बढ़ रहा है।आधुनिक लोकतंत्र उनकी ताकत बन चुका है और पूरी दुनिया उनके सामने बेबस नजर आ रही है।दुर्भाग्य से भारत इस समय पूरी दुनिया की सबसे कमजोर कड़ी बन चुका है जो इस्लामिक देश बनने के बिल्कुल नजदीक पहुँच चुका है।अब यह बिल्कुल स्पष्ट है की 2029 में भारत का प्रधानमंत्री मुस्लिम बनेगा जिसके बाद भारत की स्थिति पाकिस्तान, बांग्लादेश,अफगानिस्तान,सीरिया, इराक,लेबनान से भी बदतर हो जायेगी। अपने विपुल संसाधन और जनसँख्या के बूते पर इस्लामिक भारत पूरी दुनिया के लिये सबसे बड़ा खतरा होगा और इस्लाम के जिहादी इसे अपना गढ़ बना कर सम्पूर्ण विश्व को बर्बाद कर देंगे।हम भारतवासी इस्लाम के जिहाद के सबसे बड़े और पुराने शिकार हैं।ये हमारी नैतिक व मानवीय जिम्मेदारी है कि हम सम्पूर्ण विश्व को इस्लामिक जिहाद के खतरों के बारे में बताए और मानवता को बचाने के लिये हर सम्भव बलिदान दे। उन्होंने बताया की सम्पूर्ण विश्व को इस्लामिक जिहाद के खतरे के बारे में बताने के लिये इसी वर्ष 15,16,17,18 और 19 दिसम्बर को सनातन धर्म की आध्यात्मिक राजधानी हरिद्वार में 5 दिवसीय विश्व धर्म संसद का आयोजन किया जाएगा जिसमे पूरी दुनिया के धर्मगुरु निमंत्रित किये जायेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि वीर चक्र विजेता कर्नल टी पी एस त्यागी जी इस विश्व धर्म संसद के मुख्य संयोजक होंगे।
कर्नल टी पी एस त्यागी जी ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि एक सैनिक होने के नाते वो कभी भी उन खतरों को अनदेखा नहीं कर सकते जो राष्ट्र,धर्म और मानवता के लिये चुनौती बनते जा रहे हैं।इस देश का एक दायित्ववान नागरिक होने के नाते ये हम सबका कर्तव्य है कि हम इस देश का इस्लामीकरण न होने दे और न ही इस देश को सम्पूर्ण विश्व की दृष्टि में पाकिस्तान और अफगानिस्तान की तरह का बर्बाद और आतंकवादी देश बनने दे। उन्होंने यह भी कहा कि विश्व धर्म संसद का आयोजन एक बहुत बड़ा दायित्व है और इस आयोजन से जुड़कर इसे सफल बनाना अब उनके जीवन का मुख्य लक्ष्य होगा।यह विश्व धर्म संसद भारत के “विश्व बंधुत्व” के संदेश को सम्पूर्ण विश्व को देने का कार्य करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस समय विश्व को इस्लामिक जिहाद की नहीं बल्कि शांति की जरूरत है।यह बात सबको समझाने की जिम्मेदारी हमारी है।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विनोद सर्वोदय जी ने कहा की जैसे जैसे भारत में मुस्लिम जनसंख्या बढ़ती जा रही है,वैसे वैसे भारत के हिन्दू आत्मरक्षा के मूल अधिकार से वंचित होते जा रहे हैं। आज स्थिति ये है की यदि को मुसलमान किसी हिन्दू के घर पर डकैती डालने जाता है और हिंदू उसका ठीक प्रकार से प्रतिरोध करता है तो पुलिस हिंदू को ही दोषी मानकर उसे जेल भेज देती है।ये वर्तमान में इस्लाम के जिहादियों की ताकत है,जो इस समय पूरी दुनिया को बताना ही पड़ेगा क्योंकि जो आज यहां हो रहा है, कल वो पूरी दुनिया में होगा।पूरी दुनिया को इस खतरे के बारे में सचेत करना ही विश्व धर्म संसद का लक्ष्य है। प्रेस वार्ता में त्यागी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील त्यागी,बाबा परमेन्द्र आर्य,अनिल यादव और चौधरी रामनारायण सिंह सहित अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे।