हरिद्वार। पूज्य मोरारी बापू के कुल कथाक्रम की 858वीं राम कथा मानस हरिद्वार नामाभिधान अंतर्गत आरंभ । कनखल के हरिहर आश्रम के जूना अखाड़ा पीठाधीश आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानन्दगिरि महाराज द्वारा आयोजित इस कथा के निमित्त मात्र यजमान, नैरोबी केन्या स्थित निलेशभाइ जसाणी परिवार है।
कथा की व्यवस्था-वाराणसी के अभिषेक खेमकाजी और किशन जालानजी की टीम द्वारा, बहुत ही सुचारु रुप से की गई है। साथ में पिंकी भैया और प्रदीप भैया भी व्यवस्था तंत्र में शामिल हैं। वर्तमान समय में कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा बढ़ रही है। ऐसे में सीमित श्रोताओं के साथ ही कथा गान होगा। आमंत्रित सदस्यों के अलावा किसी और के लिए यहां निवास व्यवस्था आयोजकों की ओर से नहीं की गई। कथा श्रवण के लिए पंडाल में आने वाले सभी श्रोताओं के पास कोरोना नेगेटिव का रिपोर्ट होना आवश्यक है। इसके अलावा मास्क, सामाजिक अंतर और सेनिटराइजेशन पर भी जोर दिया गया है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए, मानस वृंदावन कथा के आखरी दिन, पूज्य बापू ने अपनी वैश्विक व्यास वाटिका के श्रोताओं को अपने घर पर टीवी के माध्यम से कथा सुनने का अनुरोध किया था।
3 अप्रैल को शाम चार बजे से सात बजे तक और 4 अप्रैल से 11 अप्रैल तक सुबह दस बजे से एक या देढ बजे तक आस्था टीवी और चित्रकूट धाम की यूट्यूब चैनल से रामकथा का श्रवण लाभ प्राप्त हो सकेगा।