देहरादून। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने संकेत दिए हैं कि प्रदेश के स्कूलों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते हैं, तो एहतियातन उन्हें बंद कराया जा सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि छात्र-छात्राओं की जान की कीमत पर स्कूल नहीं खोले जाएंगे। सोमवार को यहां भाजयुमो के एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए पिथौरागढ़ के जिला प्रभारी मंत्री अरविंद पांडे ने पत्रकारों से संक्षिप्त वार्ता में यह बात कही। पांडे ने कहा कि कुछ समय पहले लॉकडाउन के बाद कोरोना के केस कम होने पर हमने प्रदेश के स्कूल खोलने के आदेश किये थे।
इसके बाद से कोविड गाइडलाइन के साथ स्कूलों को संचालन भी हो रहा है। सरकारी विद्यालयों में वार्षिक परीक्षाएं भी पूरी एहतियातन से संचालित हो रही हैं। विभिन्न निजी स्कूलों में कुछ समय ऑफलाइन शिक्षण कार्य सुचारू होने के बाद वार्षिक परीक्षाएं संपन्न भी हो चुकी हैं। लेकिन पूरे देश में एक बार फिर जिस रफ्तार से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, वह वास्तव में चिंताजनक है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास है स्कूल खुलें लेकिन बच्चों की जान की कीमत पर नहीं। स्कूल खुले रहेंगे या बंद होंगे, इस बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। फिलहाल स्कूल खुले हैं। हालांकि शिक्षा मंत्री ने संकेत दिए हैं कि प्रदेश के स्कूलों में संक्रमण के मामले बढ़ते हैं, तो उन्हें बंद कराया जा सकता है। उन्होंने साफ किया कि कोरोना संबंधी एडवाइजरी का स्कूलों के संबंध में भी सख्ती से पालन कराया जाएगा। इस दौरान उनके साथ भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र वल्दिया सहित कई भाजपा नेता मौजूद रहे।