देहरादून। पिछले वर्ष 2020 की एनआईआरआफ रैंकिंग में भारत में चैथे सर्वश्रेष्ठ समग्र विश्वविद्यालय का स्थान हासिल करने वाले अमृता विश्व विद्यापीठम ने देश भर के अपने कैम्पस में 50 अत्याधुनिक ष्न्यू डिस्कवरी एंड इनोवेशन लैब्सश् की स्थापना के लिए 100 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है।ये रिसर्च पॉवरहाउस अगले एक साल के भीतर चालू हो जाएंगे, जिनका नेतृत्व विश्वविद्यालय की फैकल्टी और छात्र करेंगे। नई प्रयोगशालाओं में इंजीनियरिंगॉ मेडिकल साइंसेजॉ कंप्यूटर साइंसेज, मैटेरियल साइंसेजॉ नैनो बायो साइंसेज, बायो टेक्नोलॉजी, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग और सस्टेनेबल डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में अत्याधुनिक नवाचार और खोज किए जाएंगे।
अमृता विश्व विद्यापीठम की चांसलर और विश्व प्रसिद्ध मानवतावादी, श्री माता अमृतानंदमयी देवी, अम्मा की अध्यक्षता में अमृता इनोवेशन एंड रिसर्च अवार्ड्स (एआईआरए) के पहले संस्करण के उद्घाटन समारोह के दौरान यह घोषणा की गई। विश्वविद्यालय की उत्कृष्ट फैकल्टी को पहचानने और सम्मानित करने के लिए ये पुरस्कार छह श्रेणियों में दिये गये रू चांसलर्स रिसर्च एक्सीलेंस अवार्ड, न्यू डिस्कवरी एंड इनोवेशन लैब्स, चांसलर्स इनोवेशन अवार्ड, चांसलर्स पब्लिकेशन एक्सीलेंस अवार्ड, पब्लिकेशन मेरिट अवार्ड और सर्टिफिकेट ऑफ एप्रेसिएशन फाॅर रिसर्च। पुरस्कार के विजेताओं को 2.5 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया गया।
अमृता विश्व विद्यापीठम की चांसलर अम्मा (श्री माता अमृतानंदमयी देवी) ने कहारू “नए ज्ञान प्राप्त करना, अनुसंधान का संचालन करना और नवाचारों को आगे बढ़ाना लोगों के साथ-साथ देश की प्रगति और विकास में बहुत योगदान देता है। हालांकि, कई बार, इस तरह के ज्ञान के प्रत्यक्ष लाभकारी विशेषाधिकार प्राप्त, शहरों में रहने वाले शिक्षित लोग होते हैं। लेकिन जानबूझकर या अनजाने में, नवाचार और तकनीक जो अकादमिक ज्ञान के भंडार हैं, वे शायद ही कभी इन ग्रामीण क्षेत्रों के उत्थान के लिए आगे आते हैं। और यहां तक कि अगर वे ऐसा करते भी हैं, तो वे ग्रामीण संस्कृतियों को बाधित करते हैं।