देहरादून। सैनिक कल्याण, औद्योगिक विकास, एम0एस0एम0ई0 तथा खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गणेश जोशी द्वारा मंत्री द्वारा कोविड संक्रमण से उबरने तथा अपनी एकांतवाश अवधि के समाप्त होते ही पुनः फार्म में आते हुए आज राज्य के ‘‘सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास निदेशालय’’ का निरीक्षण किया गया।
ब्रिगे.के.बी.चन्द (अ.प्रा.) निदेशक सैनिक कल्याण द्वारा मंत्री को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया तथा निदेशालय के समस्त अधिकारियोंध्कर्मचारियों द्वारा कैबिनेट मंत्री का स्वागत किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री प्रत्येक कार्मिक से मिले। कैबिनेट मंत्री द्वारा निदेशालय द्वारा संचालित विभिन्न सैनिक कल्याण गतिविधियां की जानकारी ली तथा राज्य सरकार स्तर से एवं भारत सरकार स्तर से सैनिकों के कल्याण हेतु संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी की। निदेशक सैनिक कल्याण द्वारा मंत्री जी को सैनिक कल्याण विभाग का अतीत एवं विभाग द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। राज्य के सैनिकों के कल्याण हेतु निदेशालय द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी के उपरांत कैबिनेट मंत्री द्वारा निम्नांकित बिन्दुओं पर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। द्वितीय विश्व युद्व के पेंशनरों के अनुदान राशि में वृद्वि किये जाने तथा इनकी वर्तमान अनुदान राशि रू. 8,000 में और संभावित बढ़ोत्तरी के संबंध में प्रस्ताव तैयार किया जाए। एन.डी.ए., आई.एम.ए.ओ.टी.ए. में चयनित सैनिक आश्रित अभ्यार्थियों को वर्तमान में देय प्रत्सोहन राशि रू. 50,000 में वृद्वि किये जाने हेतु प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये। सैनिक कल्याण कार्यालयों हेतु शासकीय कार्यों को और ज्यादा मुस्तैदी तथा त्वरितता से किए जाने हेतु आवश्यक वाहनां के क्रय संबंधी प्रस्ताव को तैयार किया जाए।
वीरता चक्र श्रृंखला पुरस्कार विजेताओं को परिवहन निगम की बसों के किराये में छूट दिये जाने हेतु प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये।