देहरादून। डीएम ने कहा कि सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को सतर्क रहते हुए अपने कार्यों का निर्वहन करने की आवश्यकता है। उन्होंने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपसी समन्वय से कार्य करें तथा अनावश्यक औपचारिकताओं से बचें। उन्होंने कहा जिन व्यक्तियों को दूरभाष के माध्यम से स्वास्थ्य माॅनिटर किया जा रहा है उनका आक्सीजन स्तर भी प्राप्त करते रहें तथा स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या होने पर तत्काल चिकित्सालय में भर्ती कराने की व्यवस्था की जाए।
उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों मंे आंगनबाड़ी आशा कार्यकर्तियों के माध्यम से सर्विलांस एवं चिकित्सा विभाग से समन्वय करते हुए सैम्पलिंग कार्यों में तेजी लाने तथा रेपिड एन्टीजन टैस्ट बढाए जाने के निर्देश दिए। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि लैब्स को ब्लाॅकवार बांटते हुए सैम्पलिंग टीम बनाते हुए सैम्पल बढाए जाएं। उन्होने जिला सर्विलांस अधिकारी को चकराता, त्यूणी, चकराता में सर्विलांस टीम भेजते हुए प्रभावित क्षेत्रों में अधिक से अधिक रेपिड एन्टीजन सैम्पल प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को चकराता, त्यूणी, कालसी क्षेत्रों में प्राथमिकता के साथ आइवरमैक्टिन दवाओं का वितरण कराने के साथ ही विकासखण्ड रायपुर एवं डोईवाला के पहाड़ी क्षेत्रों में भी बीएलओध्आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों के माध्यम से आइवरमैक्टिन दवा का वितरण करवाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद के प्रत्येक गांव में आशा कार्यकर्तियों को थर्मामीटर एवं आक्सीमीटर भेजें जाए । उन्होंने कहा कि जिन व्यक्तियों में कोविड संक्रमण से सम्बन्धित लक्षण प्रतीत हो रहे हैं उनकी रिपोर्ट का इंतजार ना करते हुए उनका संक्रमित की ही भांति उपचार किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन व्यक्तियों की स्वास्थ्य सम्बन्धी विभिन्न मांग हेतु कन्ट्रोलरूम में काॅल प्राप्त हो रही हैं उनको फोन कर यह भी जानकारी प्राप्त की जाए की उनके पास सुविधा प्राप्त हुई अथवा नही। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि सीएचसी प्रेमनगर को कोविड केयर सेन्टर बनाए जाने की औपचारिकताएं पूर्ण कर चिकित्सालय की मांग अनुसार उपकरण सामग्री वितरित करते हुए तत्काल सेन्टर का संचालन शुरू कराया जाए। उन्होंने नोडल अधिकारी काॅल सेन्टर को निर्देशित किया कि एक सप्ताह में विभिन्न सहायता हेतु प्राप्त हुई काॅल्स का विवरण कैटेगिरी अनुसार प्रस्तुत करें। जिलाधिकारी ने मुख्य आधिकारी सहित समस्त चिकित्सालयों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक,एवं एमआआईसी को निर्देशित किया कि जिन चिकित्सालयों मे बजट की आवश्यकता है वह अपनी मांग पूर्व में ही अपर जिलाधिकारी विध्रा को ई-मेल के माध्यम से प्रेषित कर दें, ताकि बजट के अभाव में चिकित्सालय में चिकित्सा सेवाओं में प्रतिकूल प्रभाव ना हो, साथ ही व्यय की गई धनराशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत करें।