देहरादून। चंडीगढ़ में एक लाख रुपये की रिश्वत के साथ पकड़े गए दरोगा हेमंत खंडूरी के दून स्थित आवास पर भी सीबीआई ने छापा मारा। पुलिस लाइन देहरादून स्थित आवास में सीबीआई देहरादून की टीम देर रात तक कार्रवाई में जुटी रही। हालांकि, यहां से सीबीआई को क्या मिला और क्या नहीं इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है।
आरोप है कि कैंट थाने के एसएसआई हेमंत खंडूरी चंडीगढ़ में धोखाधड़ी के एक आरोपी से रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए हैं। आरोपी के खिलाफ कैंट थाने में पुराना मुकदमा दर्ज था, जिसका कोर्ट से वारंट जारी हुआ था। बताया जा रहा है कि खंडूरी ने उस आरोपी से कुल पांच लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। लेकिन, वह एक लाख रुपये देने को राजी हुआ था। इसके बदले आश्वासन मिला था कि अब उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। गिरफ्तारी के बाद नियमानुसार सीबीआई चंडीगढ़ ने स्थानीय सीबीआई टीम को सूचित किया। कुछ देर बाद सीबीआई देहरादून की टीम पुलिस लाइन स्थित हेमंत खंडूरी के घर पर पहुंच गई।
चार सदस्यीय टीम ने घर में देर रात तक कार्रवाई करती रही। सीबीआई के एसपी पीके पाणिग्रही ने बताया कि एक टीम को पुलिस लाइन भेजा गया है। हालांकि, वहां से अभी क्या मिला है या नहीं इसके बारे में कार्रवाई के बाद ही बताया जा सकता है। इस मामले में डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि उन्हें रिश्वतकांड की जानकारी विभिन्न सूत्रों के हवाले से मिली है। अधिकारिक रूप से उत्तराखंड पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं आई है। लेकिन, यदि इसमें कुछ भी सच्चाई हुई तो दरोगा को बर्खास्त किया जाएगा। यह बहुत ही निंदनीय है। मुकदमा आठ दिसंबर 2020 को दर्ज किया गया था। कुछ लोगों ने शिकायत की थी कि कुछ लोगों ने फर्जी कंपनी बनाकर विदेश भेजने के नाम पर 20 से 25 लाख रुपये ठगे हैं। इस मामले में तीन मार्च को लक्ष्मीनारायण उर्फ विनोद उर्फ निर्मल सिंह निवासी कलायत, कैथल हरियाणा को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में उसने चंडीगढ़ निवासी एक साथी का और नाम बताया था। इसी फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी कराया और एसएसआई हेमंत खंडूरी को चंडीगढ़ भेजा।