देहरादून। प्रदेश के उद्यमशील युवाओं, उत्तराखण्ड के ऐसे प्रवासियों जो कोविड-19 के कारण उत्तराखण्ड राज्य में आए हैं, कुशल एवं अकुशल दस्तकारों एवं हस्तशिल्पियों तथा शिक्षित शहरी व ग्रामीण बेरोजगारों आदि को अभिप्रेरित कर स्वयं उद्यम, व्यवसाय स्थापना हेतु प्रोत्साहित करने के लिए उद्यम, सेवा अथवा व्यवसाय की स्थापना हेतु राष्ट्रीयकृत अनुसूचित वाणिज्यिक बैंको के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से वर्ष 2020-2021 में उत्तराखण्ड सरकार द्वारा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना प्रारम्भ की गई थी ताकि प्रदेश के उपरोक्त श्रेणी के बेराजगार अपना स्वयं का उद्यम प्रारम्भ कर सकें।
जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया जनपद देहरादून को योजना के अन्तर्गत 200 लाभार्थियों को ऋण वितरित कर लाभान्वित किए जाने का लक्ष्य शासन द्वारा निर्धारित किया था, जिसके सापेक्ष जनपद देहरादून द्वारा 122 प्रतिशत् उपलब्धि के साथ 244 लाभार्थियों को ऋण वितरित कर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। भारत सरकार के सहयोग से प्रदेश में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम भी संचालित की जा रही है, जिसके अन्तर्गत भी बेरोजगारों को बैंकों के माध्यम से ऋण वितरित कर उन्हें उद्यम एवं सेवा क्षेत्र में लाभान्वित किए जाने का प्राविधान है। योजना के अनतर्गत जनपद देहरादून को 114 लाभार्थियों को लाभान्वित किए जाने का लक्ष्य के साथ-साथ मार्जिन मनी का रू0 342.00 लाख (अनुदान) का लक्ष्य निर्धारित था। जनपद देहरादून द्वारा लाभार्थियों के लक्ष्य के सापेक्ष 218 को ऋण वितरण कराकर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया गया तथा मार्जिन मनी के रूप में रू0 517.02 लाख वितरित कर प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
जिलाधिकारी ने लक्ष्यों को पूर्ण करने पर मुख्य विकास अधिकारी, उद्योग विभाग, सभी बैंको के जिला समन्वयक के साथ-साथ वित पोषण करने वाले बैंको के प्रबन्धकों को बधाई देते हुए वित्तीय वर्ष 2021-22 में भी योजनाओं के अन्तर्गत प्राप्त होने वाले लक्ष्यों की पूर्ति हेतु अभी से प्रयास करने की अपेक्षा की गई।