अल्मोड़ा। सल्ट विधान सभा उप निर्वाचन को शान्तिपूर्वक, निष्पक्ष व पारदर्शी सम्पन्न कराने के लिए निर्वाचन कार्य में तैनात किये गये जोनल मजिस्ट्रेट, सैक्टर मजिस्ट्रेट, पीठासीन अधिकारियों, मतदान अधिकारी प्रथम, मतदान अधिकारी द्वितीय एवं तृतीय मतदान अधिकारियों को आज उदय शंकर नाट्य अकादमी, अल्मोड़ा में ईवीएम, वीवीपैट सैद्धांतिक द्वितीय प्रशिक्षण दिया गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में नोडल अधिकारी निर्वाचन नवनीत पाण्डे ने मतदान कार्मिकों से कहा कि लोकतंत्र में निर्वाचन एक अति महत्वपूर्ण कार्य है। निर्वाचन प्रक्रिया को शांतिपूर्ण व निष्पक्ष ढंग से सम्पन्न कराना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। सभी मतदान कार्मिक निष्पक्षतापूर्वक निर्वाचन को सम्पन्न कराएं। नोडल अधिकारी निर्वाचन ने कहा कि निर्वाचन कार्य में किसी भी प्रकार की त्रुटि क्षम्य नहीं होती है, इस हेतु प्रशिक्षण में जो भी जानकारी दी जा रही है उसको भली भांति सीख लें। प्रशिक्षण को पूर्ण गंभीरता से लें जो भी शंका हो उसका अवश्य समाधान कर लें ताकि निर्वाचन के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या न हो। नोडल अधिकारी निर्वाचन ने कहा कि पीठासीन अधिकारी पीठासीन डायरी का अध्ययन भली-भाति कर लें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा निर्वाचन को सम्पन्न कराने के लिए हर प्रकार की सुविधा मुहैया करायी जा रही है।
उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की समस्या आने पर वे अपने जोनल एवं सैक्टर मजिस्ट्रेट सम्पर्क कर अपनी समस्या का समाधान अवश्य रूप से करा लें। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे बूथों पर आदर्श आचार संहिता का पालन हो इसका विशेष ध्यान रखें। नोडल अधिकारी निवार्चन ने कहा कि हम सभी को एक टीम भावना के साथ कार्य करना होगा तभी निर्वाचन को शान्तिपूर्ण रूप से सम्पन्न कराया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि हम सभी को निर्वाचन के दौरान कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। नोडल अधिकारी ने कहा कि मतदान के दिन सभी अधिकारी समय-समय जो सूचनायें प्रेषित की जाती है उन सूचनाओं को समय से प्रेषित करना सुनिश्चित करेंगे।
इस अवसर पर प्रशिक्षण नोडल अधिकारी एच0बी0 चन्द द्वारा सभी पीठासीनध्मतदान अधिकारियों को निर्वाचन संबंधी विभिन्न जानकारी दी गई। उन्होंने मतदान के दिन मतदान अधिकारी प्रथम के कार्य एवं दायित्व के बारे में विस्तारपूवर्क बताया। उन्होंने कहा कि मतदान अधिकारी प्रथम चिह्नित प्रति का प्रभारी होता है, मतदाता की पहचान व सत्यापन का कार्य ,निर्वाचक की प्रवष्टि करना व क्रमांक पढ़कर सुनना, निर्वाचक नामवाली में निशान लगाना है। उन्होंने कहा कि मतदान पार्टियों को मतदेय स्थल पर पहुंचने के उपरांत, मतदान दिवस पर प्रातः सम्पन्न किए होने वाले मॉक पोल के कार्यो की तैयारियों आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने वीवीपैट मशीन की तकनीकी पर स्पष्ट किया कि यह एक सवेदनशील मशीन है इसकी सुरक्षा में पूरी सावधानी बरतें। उन्होने इस अवसर पर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे कार्मिकों के अनेक प्रश्नो व शंकाओ का भी निराकरण किया।
इस दौरान सहायक प्रभारी अधिकारी प्रशिक्षण हेम चन्द्र जोशी, हरीश रौतेला, ने कहा कि कोई भी पार्टी अभिकर्ता मतदान कक्ष के अन्दर किसी भी पार्टी का चुनाव चिन्ह् नहीं लगायेगा इसका पीठासीन व अन्य कर्मचारियों को विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि मतदान के आखिरी घन्टे में कोई भी पार्टी अभिकर्ता मतदान कक्ष से बाहर नहीं जायेगा। सहायक प्रभारी प्रशिक्षण विनोद राठौर, विद्या कर्नाटक ने कहा कि मतदाताओ की पहचान व सत्यापन, निर्वाचक नामावली में मतदाता का नाम आदि कार्यों पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि मतदान से पूर्व सभी अभिकर्ताओं के सम्मुख पीठासीन अधिकारी द्वारा एक घोषणा पत्र अवश्य रूप से पढ़ लिया जाय। मतदान कक्ष में किसी भी पार्टी अभिकर्ता द्वारा मोबाइल ले जाना वर्जित रहेगा। इस प्रशिक्षण में नोडल अधिकारी ईवीएम के0सी0 आर्या ने ईवीएम एवं वीवीपैट का सैद्धान्तिक प्रशिक्षण दिया। प्रभारी अधिकारी कार्मिक अमित लाम्बा, कपिल नयाल, नरेश कुमार सहित निर्वाचन प्रशिक्षण कार्मिक उपस्थित थे।