नई दिल्ली। लंबे, काले और सुनहरे बाल की चाहत हर एक व्यक्ति की होती है। इसके लिए लोग नाना प्रकार के जतन करते हैं। इसके बावजूद कुछ लोगों को आनुवांशिकी के चलते बालों की समस्या होती है। साथ ही खराब दिनचर्या, अनुचित खानपान और तनाव के कारण भी असमय बाल पकने और गिरने लगते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो तनाव के चलते कई तरह की बीमारियां जन्म लेती हैं। इनमें एक बीमारी असमय बालों का पकना और गिरना है। इसके लिए तनाव को दूर करना जरूरी है। साथ ही डाइट में विटामिन-सी युक्त फलों और सब्जियों को जरूर शामिल करें। अगर आप भी बालों की समस्या से परेशान हैं और लंबे, काले और सुनहरे बाल पाना चाहते हैं, तो रोजाना ये 3 योगासन जरूर करें। इन योगासन को करने से तनाव से छुटकारा मिलता है। आइए जानते हैं-
कई शोधों में दावा किया जा चुका है कि योग बालों की समस्या को दूर करने में फायदेमंद साबित हो सकता है। साल 2016 की एक शोध में खुलासा हुआ है कि तनाव को दूर करने में योग अहम भूमिका निभा सकता है। इससे कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर कम होता है। कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने की वजह से तनाव होता है। वहीं, साल 2015 की एक शोध में यह खुलासा हुआ है कि योग करने से न केवल तनाव कम होता है, बल्कि बाल भी लंबे और काले होते हैं। इसके लिए रोजाना इन 3 योगासन को जरूर करें।
कपालभाति करें
यह हिंदी के दो शब्दों कपाल अर्थात ललाट और भाति अर्थात चमक होता है। इस योग में सांस को लंबे समय तक रोकने की कोशिश की जाती है। साथ ही पेट और फेफड़ों की मदद से सांस को बाहर छोड़ा जाता है। इससे फेफड़ों की शुद्धि होती है। इस योग को करने से पाचन और श्वसन तंत्र मजबूत होता है। साथ ही बाल लंबे और काले होते हैं। रोजाना प्राणायाम जरूर करें। इससे शरीर में ऑक्सीजन लेवल भी बढ़ता है।
मत्स्यासन करें
मत्स्यासन दो शब्दों मत्स्य अर्थात मछली और आसन यानी मुद्रा से मिलकर बना है। इस योग को करने से माइग्रेन और तनाव में आराम मिलता है। तनाव कम होने से बालों की समस्या से छुटकारा मिलता है। इसके लिए समतल जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं। इसके बाद अपने दोनों पैरों को बैठने की मुद्रा में समेटकर अपनी जांघों पर रखे लें। अब धीरे-धीरे अपने धड़ को ऊपर की ओर उठाएं। इस मुद्रा में कुछ पल के लिए रुकें। इसके बाद पहली अवस्था में आ जाएं।
बालासन करें
यह एक विन्यास योग है, जिसे कम से कम 3 मिनट तक जरूर करना चाहिए। इस योग में बदलाव की जरूरत नहीं होती है। इस योग से जांघों, कूल्हों और टखनों में खिंचाव पैदा होता है। साथ ही तनाव में राहत मिलता है। इसके लिए सूर्य की ओर मुखकर अपने पैरों को मोड़कर वज्रासन मुद्रा में बैठ जाएं। इसके बाद सांस लेते वक्त अपने दोनों हाथों को ऊपर और सांस छोड़ते समय आगे की तरफ झुकें। यह क्रम तब तक जारी रखें। जब तक आपकी हथेलियां ज़मीन को न छू जाएं।